Mohammed Siraj: आज भारतीय क्रिकेट टीम के महान तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने अपने बचपन के गानों पर एक ऐसी कहानी सुनाई, जो शायद पहले किसी ने नहीं सुनी होगी।
असल में, मोहम्मद सिराज भारतीय क्रिकेट टीम में सबसे तेज तर्रार खिलाड़ी हैं। बीसीसीआई ने उन्हें ‘ए’ ग्रेड का खिलाड़ी घोषित किया है। आज सिराज का 30वां जन्मदिन है। हैदराबाद की गैलरी से भारतीय क्रिकेट टीम में आने तक का सफर सिराज के लिए बहुत कठिन है।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने सिराज के जन्मदिन पर सोशल मीडिया पर एक खास वीडियो पोस्ट किया है। वीडियो में सिराज ने अपने बचपन की एक कहानी सुनाई, जो शायद आज तक किसी ने नहीं सुनी होगी।
भारतीय पेसर ने बताया कि वह 18 साल की उम्र में 100 से 200 रुपये कमाकर खुश रहता था। हालाँकि, सौ से दो सौ भी उनके लिए आसान नहीं हुआ। उस समय उनके हाथ भी जल गए। वह असल टैब में केट्रिंग करते थे।
“घर वाले पढ़ाई के लिए भाग गए थे,” उन्होंने कहा। मैं काम कर चुका था क्योंकि हम लोग किराए पर रहते थे और पिता अकेले थे।”
सिराज ने कहा, “मुझे तो कुछ नहीं आता था।” 100 से 200 मिल जाते थे, लेकिन उससे उन्हें खुशी नहीं मिलती थी। कहानी सुनाते हुए सिराज भावुक हो जाते हैं। “वहां काम करते हुए मेरे हाथ भी जल गए थे, क्योंकि रुमाली रोटी को हाथो से पलटना होता था,” उन्होंने कहा। उनके भी भाई इतने बड़े नहीं थे; की वे स्ट्रगल करके बड़े हो ।”
सिराज वैलिडिटी को पहला बॉलर बताया गया। जिन्होंने अब तक, के वे भारत के लिए 27 टेस्ट में 41 ऑफर और 10 टी20 इंटरनेशनल टेलीकॉम गेम्स में भी भाग ले चुके हैं।
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