Virtual Reality (VR) : ये एक ऐसी डिवाइस है जिसे छात्र अपने क्लासरूम में बैठे-बैठे ही बहार की दुनिया को बेहतर तरह से एक्सपीरियंस कर सकते है। इसे यूज़ करने के बाद छात्रों का रूचि इसमें बढ़जाती है। यह तकनीक न केवल छात्रों के सीखने के तरीके को बदलता है, बल्कि छात्र के अनुभव और समझ को भी अच्छा कर देता है। जाने की क्या है VR और कैसे ये कर रहा है छात्रों को पढने में मदद।
क्या है VR ?
वर्चुअल रियलिटी (VR) एक ऐसी डिवाइस है जो आपको घर बैठे-बैठे वातावरण का अनुभव करा सकती है और इसे आप रीयलिस्टिक तरीके से बात भी कर सकते है जिसे आपको लगेगा की ववाह आदमी आपके करबी ही कही है इसे ज्यादा तर गेमिंग, शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल और मनोरंजन के लिए यूज करते है। ये कुछ ही सालो में लोकप्रिय हो गया है।
ये छात्रों को कैसे मदद करता है ?
VR से बढ़ते समय छात्र ज्यादा ध्यान से पढ़ते है क्यों की इसे यूज़ करना आसान और बहुत ही मजेदार है। इससे पढाई करते समय छात्र बिलकुल ध्यान पूर्वक और रूचि पूर्वक देखते है। ये उन सब्जेक्ट्स को आसान बना देती है जिसमे छात्रों को रूचि न हो। ये सिर्फ पढने में ही नहीं और भी तरह से छात्रों की मदद करती है जैसे की मेडिकल छात्र इसे वर्चुअल सर्जरी कर सेकते है और इंजीनियरिंग छात्र संरचनाओं का निर्माण और परीक्षण कर सकते हैं, और जो छात्र किसी और फ़ील्ड का वर्चुअली अनुभव कर सकते है। ये ज्यादा मदद विकलांग छात्रों को पढने में मदद करती है और उन लोगो के लिए आधिक यूजफुल बनती है।
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