World Water Day: 22 मार्च को मनाया जाने वाला विश्व जल दिवस हर साल मीठे पानी के महत्व को समझने का अवसर है, खासकर बेंगलुरु में जल संकट के बीच। टेक हब में कमजोर मानसून और सूखते भूजल संसाधनों के कारण अभी बहुत कम पानी है।
इतिहास
1992 में रियो डी जनेरियो में पर्यावरण और विकास पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन में एजेंडा 21 के तहत विश्व जल दिवस की पहली औपचारिक घोषणा हुई। दिसंबर 1992 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 22 मार्च को विश्व जल दिवस घोषित किया।
महत्त्व
इस दिन संयुक्त राष्ट्र (यूएन) मीठे पानी के संसाधनों के निरंतर प्रबंधन की वकालत करता है। इस दिन संयुक्त राष्ट्र की सालाना पानी और स्वच्छता रिपोर्ट जारी की जाती है।
विषयों
‘समृद्धि और शांति के लिए जल’ इस वर्ष की थीम है। यही कारण है कि संयुक्त राष्ट्र की प्रमुख विश्व जल विकास रिपोर्ट (डब्ल्यूडब्ल्यूडीआर) का 2024 का संस्करण आज जारी किया जाएगा और इस विषय को खोजेगा। विषय हर साल बदलता है, लेकिन इस वर्ष मुख्य ध्यान स्वच्छ जल, स्वच्छता और स्वच्छता (डब्ल्यूएएसएच) से संबंधित मुद्दों पर रहता है, जो सतत विकास लक्ष्य 6 के लक्ष्यों से मेल खाता है।
Also Read: ऋतिक रोशन की पठान और Fighter ये दोनों शानदार फिल्मो को ओटीटी स्ट्रीमिंग में स्टार्ट कर दिया गया है